Monday, 7 November 2016

*****रात के आखिरी पहर में*****

रात के आखिरी
पहर में
कलम दवात लेकर
तुम लिख रहे हो
आक्रोश
अंधेरे के विरुद्ध
तुम शायद दुनिया के
पहले इंसान हो
जो सोचते हो कि
अंधेरे में लिखे तुम्हारे
शब्द
तुम्हे अंधेरे से लड़ने का
हौसला देंगे
और एक दिन तुम
जीत जाओगे
अंधेरेे में अंधेरेे से

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