कहन शैली की
अनोखी अदा के साथ
तुम बड़ी आसानी से
झुठला देते हो
अपनी ही कही बात
और अपने ही कद को
कर लेते हो लघु
शायद तुम भूल गये हो
जनता देवता है
जो देती है
तुम्हे उड़ने की शक्ति
इतराने की सामर्थ्य
किन्तु नही देती है कूबत
तानाशाह बनने की
नही देती इजाजत
जज़बातों से खेलने की
और नहीं देती अधिकार
गाढे की कमाई लुटाने की
वह उम्मीद करती है
उसका तन मन धन
सुरक्षित रहे ।
और तुम हो
करते हो प्रयास
कहन की अदा से उसे ही
झुठलाने का
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