Wednesday, 4 September 2019

****अनायास ही****

अनायास ही बढ गई है बिक्री
सियासी गमझो
एक दो चार प्रतिशत नहीं
बल्कि पूरे के पूरे सौ प्रतिशत
नफे नुकसान के मद्देनज़र
जतायी जा रही है
स्टाक खत्म होने की आशंका
फिर भी बढ़ती जा रही
लगातार खरीदने वालों की भीड़
रिकार्ड किये जा रहें हैं
गमछों की बिक्री के आकड़े
और इन्ही के मुताबिक की जा रही
वोटों की गिनती
उधर मीडिया रिपोटर
पेश कर रहें है
बढती बिक्री के गगनचुम्बी आकड़े
जिसको सुनकर खुश हो रहे हैं
सियासी पण्डित
और इतरा रहें हैं अपने अपने
गमझों की
बिक्रीत संख्या को सुन सुनकर 
परन्तु जनता खामोश है
बिल्कुल अर्द्धरात्रि के शोर सी
सभी खुश हैं
गमछा विक्रेता, चन्द्रमा,
टीआरपी का खेल खेलते
न्यूज चैनल ,
एवं युद्ध जैसी विभीषिका में
चींखते चिल्लाते
उनके एंकर,
पार्टी प्रमुख व मन्त्री बनने की
आस संजोये चिफुलकार
यह खुशी अनायास नहीं है
बल्कि इन सभी ने स्वेच्छा से
खरीदी है
अपने अपने सट्टेबाजी से

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