हाँ ! कुछ ऐसा ही
पूँछा था
सिद्धार्थ ने अपने सारथी से
क्या मुझे भी
मरना पड़ेगा एक दिन ?
और एक कुशल शिक्षक की तरह
जवाब दिया था
सारथी ने
हाँ राजकुमार !
आपको भी मरना होगा
एक दिन इसी तरह
इसी एक वाक्य ने
बदल दिया था
राजकुमार सिद्धार्थ को
यती बुद्ध में
सच हो गई थी
कौडिन्य की वर्षों पूर्व की गई
भविष्यवाणी
जो उसने की थी
यूँ ही आदतन
हाँ कुछ ऐसा ही
पूँछा था
सिद्धार्थ ने अपने सारथी से
क्या मुझे भी
सहने होगे अनाम दुःख ?
सारथी के हाँ कहने पर
छोड़ दिया था
हमेशा हमेशा के लिए
राजत्व का मोह
और निकल पड़े थे खोज में
दुःख समाधान की
तब जाकर कहलाये थे बुद्ध
एवं संसार ने जाना था
पहली दफ़ा मज्झिम मार्ग का
सुगम रास्ता
Wednesday 28 August 2019
****पहली दफ़ा****
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