Monday, 12 August 2019

*****हाँ वे पण्डित ही थे****

हाँ वे पण्डित ही थे
ज्ञान के देवता नहीं
पोंगापंथ को मानने वाले
दिखाई दे जाते हैं जिन्हे
जगह जगह दोष ही दोष

हाँ वे पण्डित ही थे
पाखण्ड का विरोध करने वाले
महामानव नहीं
बल्कि झूठ और फरेब को
सच बताने वाले
आतताई

हाँ वे पण्डित ही थे
ब्रहम को भी अपने ज्ञान और कर्म से
कमतर सिद्ध करने वाले नहीं
बल्कि अहंकार और तृष्णा से युक्त
लालच के पुजारी

हाँ वे पण्डित ही थे
विश्वबन्धुत्व की सीख देने वाले
पुरोधा नही
बल्कि जाति सम्प्रदाय के नाम पर
हिंसा और उन्माद को सह देने वाले
दुर्धष दैत्य

हाँ वे पण्डित ही थे
अपने ज्ञान से विश्व को
आलोकित करने वाले
प्रकाश पुंज नहीं
बल्कि अपने अहम से
जगमगाते विश्व में अंधेरा फैलाने वाले
निशाचर

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