उसे शौक था बेचने का इसीलिए वह बेच रहा था दीमकों को और खरीददार थे कर रहे थे अपनी बारी आने का इंतजार दोनो खुश थे एक बेंचकर और दूसरा खरीदकर परेशान थे तो लकड़ी के पावे क्योंकि उनका ही अस्तित्व खतरे में था
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