कौन रही होगी
वह स्त्री
जिसे जलाया गया होगा
उन्माद के नाम पर
पहली बार
सोचो ज़रा क्या कभी ?
आज से भी अधिक
शक्तिशाली रही होगी
एक स्त्री
जिसके प्रतिरोध को
आग की लपटों के बीच
झोक दिया गया होगा
भड़भूजे के भाड़ में पड़े
दाने की तरह
आखिर क्यूं मौन
होती रहीं हैं
हमारी सम्वेदनाएं
अत्याचार के विरुद्ध
क्यूं सजा दी जाती
रही है
पथभ्रष्ट के तमंगे
टांककर करीने से
और जला दी जाती रहीं
समाज में औरतें
शायद ही इसका कोई माकूल
जवाब हो आपके पास
क्योंकि सदैव से
तुम्हारे पास
एक ही जवाब रहा है
दुश्चरित होती हैं
औरतें
और उन्हे वश में
रखने के लिए
आवश्यक होता है
जलाने जैसे अस्त्रों का
प्रयोग करना
Thursday 21 March 2019
****कौन रही होगी****
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