वे जागते हैं
रात भर
क्योंकि वे पहरुवा है
उनके पास
सुरक्षा के लिए है
लाठी डण्डा और गड़ासा
इन्ही के सहारे
अकेले ही काट लेते
रात
और सुरक्षित रखते हैं
हमे सांगठनिक
लुटेरों से
यद्यपि आज वे भी
हो चुकें असुरक्षित
किन्तु उनका हौसला
आज भी
उन्हे बनाए हुए है
वक्त का पहरुवा
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