भूख हड़ताल पर है
मेरा और तेरा ईश्वर
इसीलिए नहीं सुनता
तेरी और मेरी
तू करता रह मन्दिरों में
अर्चन पूजन
और मैं करता रहूं
मस्जिदों के नक्काशीदार
गुम्बदों के बीच
न तो तेरे मंदिर में
अर्चन पूजन से
टूटेगी उसकी हड़ताल
न मेरे मास्जिद में पढ़ते
कलमें से
यदि सच में तुड़वानी ही है
उसकी हड़ताल तो
तुम्हे करने होंगे
उसके द्वारा बनाये गये
नियमो का पालन
तुम्हे छोड़ने होगे भेदभाव के
पापाचार
और अपनाना होगा
समरसता का उसका सिद्धान्त
तभी हो सकोगे तोड़ने में
कामयाब
ईश्वर की भूख हड़ताल
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