Wednesday 23 January 2019

भूख और प्यास के पक्ष में

बहुत से हाथ उठे थे
बहुत से उठने बांकी थे
मांग थी
एक अदद रोटी की
भूख की त्रासद
मिटाने के निमित्त
इसीलिए आज चुप रहने की अपेक्षा
की गई थी चुप्पी के विरुद्ध
मुनादी
शायद आवाज की
गड़गड़ाहट से
सूख जायेंगे बहुत से हलक
परिणामस्वरूप ढूंढे जाने लगेंगे
हथकण्डों के रूप में
बहुत से उपाय
चुप्पियों के निमित्त
बावजूद इसक पहली बार
तोड़ी जायेगी
सदियों से ओढ़ी हुई चुप्पी
भूख और प्यास के पक्ष में

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